हम भी अक़्सर इन फूलो कि तरह तन्हा रहते हैँ – Dard Bhari Shayari
हम भी अक़्सर इन फूलो कि तरह तन्हा रहते हैँ कभी ख़ुद टूट जाते है, कभी लोग हमे तोड़ जाते है !! हम तो रो भी नहीं सकते उसकी याद में उसने एक बार कहा था मेरी जान निकल जाएगी तेरे आंसू गिरने से पहले !! हम बने थे तबाह होने के लिए…… तेरा छोड़ …
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